NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 7 TOP

Top (तोप) Class 10 Chapter 7 – कक्षा 10 हिंदी पाठ 7 तोप ( कविता )

Top ‘तोप’ Explanation, Summary, Question and Answers and Difficult word meaning

Top (तोप) – CBSE Class 10 Hindi Lesson summary with detailed explanation of the lesson ‘TOP’ along with meanings of difficult words. Given here is the complete explanation of the lesson, along with summary and all the exercises, Question and Answers given here.

Author Intro – कवि परिचय

कवि – वीरेन डंगवाल
जन्म – 5 अगस्त 1947 (उत्तराखंड)

Top (तोप) Chapter Introduction – पाठ प्रवेश

‘प्रतीक’ अर्थात निशानी और ‘धरोहर’ अर्थात विरासत दो तरह की होती हैं । एक वे जिन्हें देखकर या जिनके बारे में जानकर हम अपने देश और समाज की प्राचीन उपलब्धियों के बारे में जान सकते हैं और दूसरी वे जो हमें बताती हैं कि हमारे पूर्वजों से कब क्या गलती हुई थी जिसके कारण देश की कई पीढ़ियों को गहरे दुःख और कष्टों को झेलना पड़ा।

 

प्रस्तुत पाठ में ऐसी ही दो निशानियों का वर्णन किया गया है। पाठ हमें याद दिलाता है कि कभी ईस्ट इंडिया कंपनी भारत में व्यापार करने के इरादे से आई थी। भारत में उसका स्वागत किया गया था परन्तु धीरे – धीरे वो हमारी शासक बन गई।

अगर उन्होंने कुछ बाग़ – बगीचे बनाये तो उन्होंने तोपें भी तैयार की। देश को फिर से आज़ाद करने का सपना देखने वाले जाबाजों को इन तोपों ने मौत के घाट उतार दिया। पर एक दिन ऐसा भी आया जब हमारे पूर्वजों ने उस सत्ता को उखाड़ फैंका। तोप को बेकार कर दिया। फिर भी हमें इन निशानियों के माध्यम से याद रखना होगा की भविष्य में कोई और इस तरह हम पर हुक्म ना जमा पाए जिसके इरादे अच्छे ना हो और यहाँ फिर से वही परिस्थितियाँ बने जिनके घाव आज तक हमारे दिलों में हरे हैं। भले ही अंत में उनकी तोप भी उसी काम क्यों ना आये जिस काम इस पाठ की तोप आ रही है।

Top (तोप) Chapter Summary – पाठ सार

प्रस्तुत पाठ हमें याद दिलाता है कि कभी ईस्ट इंडिया कंपनी भारत में व्यापार करने के इरादे से आई थी। भारत में उसका स्वागत किया गया था परन्तु धीरे – धीरे वो हमारी शासक बन गई। अगर उन्होंने कुछ बाग़ – बगीचे बनाये तो उन्होंने तोपें भी तैयार की। कवि कहते हैं कि यह जो 1857 की तोप आज कंपनी बाग़ के प्रवेश द्वार पर रखी गई है इसकी बहुत देखभाल की जाती है। जिस तरह यह कंपनी बाग़ हमें विरासत में अंग्रेजों से मिला है उसी तरह यह तोप भी हमें अंग्रेजों से ही विरासत में मिली है। सुबह और शाम को बहुत सारे व्यक्ति कंपनी के बाग़ में घूमने के लिए आते हैं। तब यह तोप उन्हें अपने बारे में बताती है कि मैं अपने ज़माने में बहुत ताकतवर थी। अब तोप की स्थिति बहुत बुरी है- छोटे बच्चे इस पर बैठ कर घुड़सवारी का खेल खेलते हैं। चिड़ियाँ इस पर बैठ कर आपस में बातचीत करने लग जाती हैं। कभी – कभी शरारती चिड़ियाँ खासकर गौरैयें तोप के अंदर घुस जाती हैं। वह हमें बताना चाहती है कि ताकत पर कभी घमंड नहीं करना चाहिए क्योंकि ताकत हमेशा नहीं रहती।

Top (तोप) Explanation – पाठ व्याख्या

कंपनी बाग़ के मुहाने पर

धर रखी गई है यह 1857 की तोप

इसकी होती है बड़ी सम्हाल, विरासत में मिले

कंपनी बाग़ की तरह

साल में चमकाई जाती है दो बार।

मुहाने – प्रवेश द्वार पर

धर रखी –  रखी गई

सम्हाल – देखभाल

विरासत – पूर्व पीढ़ियों से प्राप्त वस्तुएँ

प्रसंग -: प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी हिंदी पाठ्य पुस्तक ‘ स्पर्श भाग -2 ‘ से ली गई हैं। इसके कवि वीरेन डंगवाल  हैं। इन पंक्तियों में कवि ने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में इस्तेमाल की गई तोप का वर्णन किया है।

व्याख्या -: कवि कहते हैं कि यह जो 1857 की तोप आज कंपनी बाग़ के प्रवेश द्वार पर रखी गई है इसकी बहुत देखभाल की जाती है। जिस तरह यह कंपनी बाग़ हमें विरासत में अंग्रेजों से मिला है, उसी तरह यह तोप भी हमें अंग्रेजों से ही विरासत में मिली है। जिस तरह कंपनी बाग़ की साल में दो बार अच्छे से देखरेख की जाती है उसी तरह इस तोप को भी साल में दो बार चमकाया जाता है।

सुबह शाम आते हैं कंपनी बाग़ में बहुत से सैलानी
उन्हें बताती है यह तोप
कि मैं बड़ी जबर
उड़ा दिए थे मैंने
अच्छे – अच्छे सूरमाओं के धज्जें
अपने ज़माने में

सैलानी – दर्शनीय स्थलों पर आने वाले यात्री
जबर – ताकतवर
सूरमाओं – वीर
धज्जें – चिथड़े – चिथड़े करना

प्रसंग -: प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी हिंदी पाठ्य पुस्तक ‘ स्पर्श भाग -2 ‘ से ली गई हैं। इसके कवि वीरेन डंगवाल  हैं। इन पंक्तियों में कवि बताना चाहता है कि तोप का प्रयोग कहाँ हुआ था !

व्याख्या -: कवि कहते हैं कि सुबह और शाम को बहुत सारे व्यक्ति कंपनी के बाग़ में घूमने के लिए आते हैं। तब यह तोप उन्हें अपने बारे में बताती है कि मैं अपने ज़माने में बहुत ताकतवर थी। मैंने अच्छे अच्छे वीरों के चिथड़े उड़ा दिए थे। अर्थात उस समय तोप का डर हर इंसान को था।

अब तो बहरहाल
छोटे बच्चों की सवारी से अगर यह फारिग हो
तो उसके ऊपर बैठकर
चिड़ियाँ ही अकसर करती है गपशप
कभी -कभी शैतानी में वे इसके भीतर भी घुस जाती हैं
खासकर गौरैयें

वे बताती हैं कि दरअसल कितनी भी बड़ी हो तोप
एक दिन तो होना ही है उसका मुँह बंद।

बहरहाल – बुरी स्थिति
फारिग – मुक्त, खाली

प्रसंग -: प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी हिंदी पाठ्य पुस्तक ‘ स्पर्श भाग -2 ‘ से ली गई हैं। इसके कवि वीरेन डंगवाल  हैं। इन पंक्तियों में कवि कहना चाहता है कि किसी भी बुराई को हिम्मत और होंसलों के सहारे खत्म किया जा सकता है।

व्याख्या -: कवि कहते हैं कि अब तोप की स्थिति बहुत बुरी है। छोटे बच्चे इस पर बैठ कर घुड़सवारी का खेल खेलते हैं। जब बच्चे इस पर नहीं खेल रहे होते तब चिड़ियाँ इस पर बैठ कर आपस में बातचीत करने लग जाती हैं। कभी – कभी शरारती चिड़ियाँ खासकर गौरैयें तोप के अंदर घुस जाती हैं। वो छोटी सी चिड़िया ऐसा करके हमें बताना चाहती हैं कि  कोई कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो एक ना एक दिन उसका भी अंत निश्चित होता है।

Top (तोप) Chapter Question Answers – प्रश्न अभ्यास

(क ) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए -:
प्रश्न 1 -: विरासत में मिली चीजों की बड़ी संभाल क्यों होती है ? स्पष्ट कीजिए।

उत्तर -: विरासत में मिली चीजों की बडी संभाल इसलिए होती है क्योंकि ये हमें अपने पूर्वजों , परम्पराओं और इतिहास की जानकारी देते हैं और इसी के साथ हमें सीख भी देते हैं। इसलिए इन्हें अमूल्य माना जाता है।

प्रश्न 2 -: इस कविता से आपको तोप के बारे में क्या जानकारी मिलती है ?

उत्तर -: इस कविता में हमें तोप के विषय के बारे में यह जानकारी मिलती है कि यह तोप 1857 में एक शक्तिशाली हथियार था जिसकी सहायता से कई वीरों के प्राण लिए गए थे परन्तु आज यह तोप केवल देखने की वस्तु मात्र रह गई है अब बच्चे इस पर घुड़सवारी करते हैं और चिड़ियाँ इस पर गपशप करती है।

प्रश्न 3 -: कंपनी बाग़ में राखी तोप क्या सीख देती है ?

उत्तर -: कंपनी बाग़ में रखी तोप हमें अंग्रेजों के अत्याचारों और हमारे शहीदों की याद दिलाती है और सावधान रहने की सलाह देती है ताकि कोई दोबारा हम पर राज ना करे। इसी के साथ तोप यह सीख भी देती है कि चाहे कोई कितना भी अधिक शक्तिशाली क्यों न हो एक ना एक दिन उसका अंत हो ही जाता है।

प्रश्न 4 -: कविता में तोप को दो बार चमकाने की बात कही गई है। ये दो अवसर कौन से होंगे ?

उत्तर -: भारत की स्वतंत्रता के प्रतिक दो दिन 15 अगस्त और 26 जनवरी हैं। इन्ही दो उपलक्ष्यों पर कंपनी बाग़ को सजाया जाता है और तोप को चमकाया जाता है।

(ख ) निम्नलिखित के भाव स्पष्ट कीजिए -:
(1)-: अब तो बहरहाल

       छोटे बच्चों की सवारी से अगर यह फारिग हो

    तो उसके ऊपर बैठकर

    चिड़ियाँ ही अकसर करती है गपशप

उत्तर -: इन पंक्तियों में कवि ने तोप की वर्तमान स्थिति का वर्णन किया है ,एक समय में जहाँ तोप ने सबको डरा कर रखा था वही आज बच्चे उस पर घुड़सवारी कर रहे हैं और चिड़ियाँ उस पर बैठ कर गपशप कर रही हैं।

(2)-: वे बताती हैं कि दरअसल कितनी भी बड़ी हो तोप

    एक दिन तो होना ही है उसका मुँह बंद।

उत्तर -: आज कम्पनी बाग़ में रखी तोप किसी का कुछ नई बिगाड़  सकती । छोटी छोटी चिड़ियें भी उस पर खेलती फुदकती रहती हैं । यह ये बात दर्शाता है कि कोई कितना भी शक्तिशाली और क्रूर क्यों ना, हो एक दिन उसे शांत होना ही पड़ता है।

(3)-: उड़ा दिए थे मैंने

    अच्छे – अच्छे सूरमाओं के धज्जें

उत्तर -:  इन पंक्तिओं में तोप अपनी प्रशंसा कर रही है की 1857 में उससे ज्यादा शक्तिशाली कोई नहीं था उसने कई  वीरों को मारा था।

NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 7 तोप

पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास

(क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
प्रश्न 1.
विरासत में मिली चीजों की बड़ी सँभाल क्यों होती है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
विरासत में मिली चीज़ों की बड़ी सँभाल इसलिए होती है, क्योंकि ये चीजें हमारी धरोहर हैं, जिन्हें देखकर या जानकर हमें अपने देश और समाज की प्राचीन उपलब्धियों का ज्ञान होता है, मान होता है और ये चीजें हमें तत्कालिक परिस्थिति की जानकारी देने के साथ-साथ दिशा-निर्देश भी देती हैं। नई पीढ़ी अपने पूर्वजों के बारे में जाने, उनके अनुभवों से कुछ सीखे, इसी उद्देश्य से विरासत में मिली चीज़ों को सँभाल कर रखा जाता है।

प्रश्न 2.
इस कविता से आपको तोप के विषय में क्या जानकारी मिलती है?
उत्तर-
यह कविता हमें कंपनी बाग में रखी तोप के विषय में बताती है कि यह तोप सन् 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के समय अंग्रेज़ी सेना द्वारा प्रयोग की गई थी। इस तोप ने अपने गोलों से असंख्य शूरवीरों को मार डाला था। यह तोप बड़ी जबर थी परंतु अब यह तोप प्रदर्शन की वस्तु बनकर रह गई है। अब इससे कोई नहीं डरता। इस पर बच्चे घुड़सवारी करते हैं। चिड़ियाँ, गौरैयें इसके भीतर घुस जाती हैं। यह तोप हमें बताती है कि कोई कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, एक-न-एक दिन उसे धराशायी होना ही पड़ता है।

प्रश्न 3.
कंपनी बाग में रखी तोप क्या सीख देती है?
उत्तर-
कंपनी बाग में रखी तोप सुबह-शाम बाग में आने वाले सैलानियों को यह सीख देती है कि मैं बहुत बहादुर हूँ, जबरदस्त हूँ। यद्यपि शुरू में मेरा प्रयोग देशभक्तों के विरुद्ध किया गया और मैंने इसे बेमन से स्वीकार भी किया, लेकिन बाद में मेरा जीवन धन्य हो गया, जब मैंने अपने ज़माने में बड़े-बड़े बहादुर अंग्रेज़ों की धज्जियाँ उड़ाई थीं अर्थात् उन्हें नाकों चने चबवा कर उन्हें उनकी कुटिल कूटनीति का सबक सिखाया था।

प्रश्न 4.
कविता में तोप को दो बार चमकाने की बात की गई है। ये दो अवसर कौन-से होंगे?
उत्तर
कविता में जिन दो अवसरों पर तोप को चमकाने की बात कही गई है, वे हैं

  • 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस)
  • 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस)।

ये दोनों तिथियाँ हमारे देश के लिए ऐतिहासिक दिवस की प्रतीक हैं। इन्हें हम राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाते हैं। देश पूरी तरह से राष्ट्रीय-पर्व का हिस्सा बनता है। इन्हीं दोनों तिथियों पर इस तोप को भी चमकाया जाता है क्योंकि यह तोप हमारे विजेता और आज़ादी की प्रतीक होने के कारण एक राष्ट्रीय महत्त्व की वस्तु बन चुकी है। इसलिए राष्ट्रीय महत्त्व को ध्यान में रखते हुए इस तोप को चमकाया जाता है ताकि लोगों के मन में राष्ट्रीयता की भावना को बढ़ावा | मिले और लोगों को स्वतंत्रता दिलानेवाले वीरों की याद दिलाई जा सके।

(ख) निम्नलिखित का भाव स्पष्ट कीजिए-
प्रश्न 1.
अब तो बहरहाल
छोटे लड़कों की घुड़सवारी से अगर यह फ़ारिग हो
तो उसके ऊपर बैठकर
चिड़ियाँ ही अकसर करती हैं गपशप।
उत्तर-
इन पंक्तियों का आशय है कि तोप पर छोटे-छोटे बच्चों को घुड़सवारी करना, चिड़ियों का बैठना तथा गौरैयों का इसके अंदर घुस जाना यह सिद्ध करता है कि कोई भी वस्तु, व्यक्ति आदि कितनी भी शक्तिशाली क्यों न हो, एक-न-एक दिन तो उसकी शक्ति निस्तेज हो ही जाती है अर्थात् नश्वर वस्तुएँ, व्यक्ति सदा एक जैसे नहीं रह सकते। उन्हें एक-न-एक दिन तोप की तरह ही चुपचाप रहना पड़ता है।

प्रश्न 2.
वे बताती हैं कि दरअसल कितनी भी बड़ी हो तोप
एक दिन तो होना ही है उसका मुँह बंद।
उत्तर-
इस कविता से हमें तोप के विषय में निम्नलिखित जानकारी मिलती है-

  1. कंपनी बाग के द्वार पर रखी यह तोप ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा रखी गयी।
  2. इस तोप का प्रयोग अंग्रेजों द्वारा 1857 में स्वाधीनता सेनानियों एवं क्रांतिकारियों पर किया गया।
  3. यह तोप इतनी शक्तिशाली थी कि इसने असंख्य शूरवीरों को उड़ा दिया।
  4. आज यह खिलौनामात्र बनकर रह गई है जिस पर बच्चे घुड़सवारी करते हैं।
  5. चिड़ियाँ इस पर चहचहाती हैं और इसके अंदर-बाहर घूमती-फिरती हैं।
  6. तोप हमें यह जानकारी भी देती है कि दिन सदा एक-से नहीं होते हैं।

प्रश्न 3.
उड़ा दिए थे मैंने
अच्छे-अच्छे सूरमाओं के धज्जे।
उत्तर
इसका भाव है कि सन् 1857 की तोप, जो आज भी कंपनी बाग के प्रवेश द्वार पर रखी हुई है, उसके सामने चाहे देशभक्त आया, चाहे देशद्रोही, उसने अपने जमाने के बड़े-बड़े वीर अंग्रेज़ों को भी परास्त कर दिया था, उनकी धज्जियाँ उड़ा दी थीं।

भाषा अध्ययन
प्रश्न 1.
कवि ने इस कविता में शब्दों का सटीक और बेहतरीन प्रयोग किया है। इसकी एक पंक्ति देखिए ‘धर रखी गई है यह 1857 की तोप’। ‘धर’ शब्द देशज है और कवि ने इसका कई अर्थों में प्रयोग किया है। ‘रखना’, ‘धरोहर’ और ‘संचय’ के रूप में।
उत्तर-
छात्र स्वयं इन्हें ध्यानपूर्वक पढ़े और समझें।

प्रश्न 2.
‘तोप’ शीर्षक कविता का भाव समझते हुए इसका गद्य में रूपांतरण कीजिए।
उत्तर-
‘तोप’ कविता का गद्य रूपांतरण- ईस्ट इंडिया कंपनी ने कंपनी बाग के प्रवेश द्वार पर जो तोप रखवायी थी, वह आज
स्वतंत्र भारत में विरासत बनकर रह गई है। वर्ष 1857 की इस तोप को कंपनी बाग के साथ ही साल में दो अवसरों पर साफ़-सुथरा करते हुए चमकाया जाता है। जैसे कंपनी बाग हमें विरासत में मिली थी, उसी तरह ये तोप भी थी। आजकल सुबह-शाम कंपनी बाग में जो सैलानी टहलने के लिए आते हैं, उन्हें यह तोप बताती है कि किसी समय मैं बहुत ताकतवर थी। उस जमाने में मैंने अच्छे-अच्छे शूरमाओं की धज्जियाँ उड़ा दी थीं।
आज स्थिति यह है कि इस पर लड़के घुड़सवारी करते हैं। वहाँ से बच्चों के हटते ही चिड़ियाँ उसके ऊपर बैठकर गप-शप करती हैं। गौरैयें तो और भी शैतानी करती हुई इसके अंदर घुस जाती हैं। ऐसा करके वे यह बताती हैं कि कितनी भी बड़ी तोप क्यों न हो, एक दिन तो उसका मुँह बंद हो ही जाता है अर्थात् अन्यायी कितना भी बड़ा क्यों न हो एक न एक दिन अंत अवश्य होता है।

अन्य पाठेतर हल प्रश्न

लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
‘तोप’ पाठ में वर्णित तोप कहाँ रखी गई है? इसको वहाँ किसने रखवाया?
उत्तर-
‘तोप’ नामक पाठ में वर्णित तोप उस बाग के प्रवेश द्वार पर रखी गई है जिसे ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपनाया हुआ था। इसी बाग में ईस्ट इंडिया कंपनी ने सन् 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के समय रखवाया ताकि वह भारतीयों का मनोबल कुचल सके।

प्रश्न 2.
कंपनी द्वारा तोप रखवाने का उद्देश्य क्या था?
उत्तर-
ईस्ट इंडिया कंपनी के माध्यम से अंग्रेज़ भारत पर शासन करते हुए अत्याचार कर रहे थे। भारतीयों द्वारा जब अपनी आजादी पाने के लिए अंग्रेजों के विरुद्ध क्रांति का रास्ता अपनाया गया तो उन्होंने कंपनी बाग में तोप रखकर असंख्य भारतीयों को उसी तोप से उड़ा दिया।

प्रश्न 3.
कंपनी बाग की तोप को साल में दो बार चमकाने का उद्देश्य क्या था?
उत्तर-
कंपनी बाग की तोप को साल में दो बार चमकाया जाता था। स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के राष्ट्रीय पर्व के अवसर इस तोप को इसलिए चमकाया जाता है ताकि हम स्वतंत्रता पाने के क्रम में लोगों द्वारा तरह-तरह की यातना सहते हुए मृत्यु को गले लगाने जैसे कार्यों को याद कर सकें तथा अपनी आज़ादी का मूल्य समझ सकें।

प्रश्न 4.
कंपनी बाग में आने वाले सैलानियों को तोप अपने बारे में क्या बताती प्रतीत होती है?
उत्तर-
कंपनी बाग में अब न तोप का आतंक है और न अंग्रेजों का। वह लोग सुबह-शाम घूमने के लिए आते हैं। पर्यटन के लिए आने वालों को तोप अपने बारे में यह बताती है कि कभी वह (तोप) बहुत शक्तिशाली थी। उसने उस समय अच्छे-अच्छे वीरों को मौत की नींद सुला दी थी। उस समय लोगों के मन में इसका खौफ़ था। वे तोप के पास आने से बचते थे।

प्रश्न 5.
‘अच्छे-अच्छे सूरमाओं के धज्जे अपने ज़माने में यह किन सूरमाओं और ज़माने की बात की जा रही है?
उत्तर-
तोप कविता में ‘अच्छे-अच्छे सूरमाओं’ और ‘जमाने’ के माध्यम से उने भारतीय वीरों स्वतंत्रता प्रेमियों और क्रांतिकारियों की बात की गई है जिन्होंने अंग्रेजों की गुलामी और अत्याचार का विरोध करते हुए बगावत कर दिया था। उन्होंने अंग्रेजों के साथ युद्ध किया। इसमें हजारों वीर मारे गए। जिन वीरों को अंग्रेजों ने बंदी बनाया उन्हें तोपों से उड़ा दिया। कविता में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के समय अर्थात् सन् 1857 और उसके आसपास की बात कही गई है।

प्रश्न 6.
अंग्रेजी शासन काल और स्वतंत्रता के बाद कंपनी बाग की स्थिति में क्या बदलाव आया है?
उत्तर-
अंग्रेजी शासन काल और स्वतंत्रता के बाद कंपनी बाग की दशा में बहुत बदलाव आया है। अंग्रेजों के समय कंपनी में अंग्रेजों का आतंक छाया रहता था। इस बाग के मुहाने पर रखी तोप गरज उठती थी। लोग वहाँ जाने से डरते थे और बचते थे। आज़ादी के बाद कंपनी बाग की स्थिति विरासत जैसी हो गई। अब वहाँ आने-जाने के लिए न कोई प्रतिबंध और न डर। लोग पर्यटन स्थल मानकर यहाँ घूमने आते हैं और बच्चे खेलते हैं।

प्रश्न 7.
कवि तोप को बच्चों और चिड़ियों के खेलने की वस्तु मात्र बताना चाहता है। इस बहाने कवि क्या दर्शाना चाहता है?
उत्तर
कवि ने ‘तोप’ कविता के माध्यम से बताया है कि वर्ष 1857 में जिस तोप ने बड़े-बड़े शूरमाओं को मौत की नींद सुला
दिया था, आज वह तोप खुद दयनीय हालत में है। जिस तोप के पास लोग फटकने से भी डरते थे, उसी तोप पर आज बच्चे घुड़सवारी करते हैं और उनके उतरते ही चिड़िया अपनी मनपसंद जगह बना लेती हैं। इनके माध्यम से कवि यह दर्शाना चाहता है कि भारतीयों के मन में अब अंग्रेजों के तोप के प्रति कोई डर नहीं रह गया है। आतंक या डरा धमकी कर मनुष्यता को नहीं जीता जा सकता है।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
कंपनी बाग और तोप को विरासत में मिली हुई क्यों बताया गया है?
उत्तर-
कंपनी बाग ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा बनाया गया बाग था जिसकी अंग्रेजों के शासन काल में बड़ी चर्चा थी। इसी बाग के मुहाने पर एक तोप रखी गई थी जिसका उपयोग भारतीयों के स्वतंत्रता के लिए किए गए विद्रोह को कुचलने में किया जाता था। भारत से अंग्रेजों के चले जाने के बाद यह तोप और बाग विरासत में भारतीयों को मिली। जिस प्रकार विरासत में मिली वस्तुएँ आने वाली पीढ़ी को तत्कालीन परिस्थितियों से अवगत कराती हैं तथा उस समय की यादें तरोताजा कराती हैं तो दूसरी ओर प्रेरणा स्रोत के रूप में गलती न करने या उसे न दोहराने की सीख भी देती हैं। कंपनी बाग और तोप की विरासत के समान ही हमें अंग्रेज़ों के अत्याचार की याद दिलाती है तो हमें अपनी स्वतंत्रता की रक्षा करने की प्रेरणा भी देती है।

प्रश्न 2.
‘तोप’ कविता द्वारा कवि क्या संदेश देना चाहता है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
‘तोप’ कविता के माध्यम से कवि हमें कई संदेश देना चाहता है; जैसे-हमें अपनी विरासतों की रक्षा करते हुए उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। इसके अलावा हमें अपनी शक्ति और धन का घमंड किए बिना सभी के साथ विनम्रतापूर्ण व्यवहार करना चाहिए। अपनी शक्ति से कभी भी दूसरों पर अत्याचार नहीं करना चाहिए क्योंकि समय सदा एक-सा नहीं रहता। शक्ति के बल पर मानव को अधिक दिनों तक दबाया नहीं जा सकता है। बुरे कार्यों में प्रयुक्त शक्ति का अंत करने के लिए लोगों को एकजुट होने और बलिदान देने के लिए तैयार रहने का भी संदेश देना चाहता है।

पूर्व वर्षों के प्रश्नोत्तर

2016
अतिलघुत्तरात्मक प्रश्न

Question 1.
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 1
Answer:
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 1a

Question 2.
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 2
Answer:
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 2a

लघुत्तरात्मक प्रश्न

Question 3.
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 3
Answer:
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 3a

Question 4.
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 4
Answer:
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 4a

2014
अतिलघुत्तरात्मक प्रश्न

Question 5.
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 5
Answer:
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 5a

लघुत्तरात्मक प्रश्न

Question 6.
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 6
Answer:
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 6a

2013
लघुत्तरात्मक प्रश्न

Question 7.
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 7
Answer:
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 7a

Question 8.
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 8
Answer:
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 8a

2012
लघुत्तरात्मक प्रश्न

Question 9.
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 9
Answer:
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 9a
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 9b

Question 10.
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 10
Answer:
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 10a

2011
लघुत्तरात्मक प्रश्न

Question 11.
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 11
Answer:
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 11a

काव्यांश पर आधारित प्रश्न
2010

Question 12.
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 12
Answer:
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 12a

2009
लघुत्तरात्मक प्रश्न

Question 13.
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 13
Answer:
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 13a

Question 14.
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 14
Answer:
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 14a

Question 15.
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 15
Answer:
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 15a
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 15b

काव्यांश पर आधारित प्रश्न

Question 16.
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 16
Answer:
Chapter Wise Important Questions CBSE Class 10 Hindi B - तोप 16a

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